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22 मार्च, यानि बिहार दिवस। सभी को बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। बिहार और बिहारी शब्द किसी से अपरिचित नहीं हैं न ही भारत में बिहार से इतर की जनता जिस उपेक्षित-दृष्टि से कभी मज़ाक के तौर पर तो कभी ताना मारने के लिए इस शब्द का प्रयोग करती है। हालात ऐसे पैदा कर दिए गए हैं कि भारत में ही कुछ स्थानों पर बिहार के लोग खुद को बिहारी कहने से डरने लगे हैं। पर आज वो लोग जो बिहारी शब्द को गाली के तौर पर प्रयोग कर रहें हैं, जो बिहार के वासियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहें उन्हें यह सबक लेने की जरुरत है। पढ़ें- बिहार की राजधानी पटना के बारे में रोचक बातें खास तौर से महाराष्ट्र की तथाकथिथ राजनीतिक पार्टियों को कि वो किस प्रकार एक पवित्र भूमि का देश के गौरव को सुषोभित करने वाले राज्य का अपनी प्राचीन संस्कृति का अपमान कर रहें हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिये कि वो जिस भूमि का अपमान कर रहें हैं वो माँ सीता की जन्म भूमि हैं, वो गौतम बुद्ध की तपोभूमि है। बिहार वो राज्य है जिसे प्राचीन काल में मगध के नाम से जाना जाता था और इसकी राजधानी पटना को पाटलिपुत्र के नाम से। बिहार का इतिहास उतना ही पुराना है जितना भारत। यहां मौर्य, गुप्त आदि राजवंशो ने, मुगल शासकों ने राज किया। माना यह जाता है कि बिहार शब्द की उत्पतित बौद्ध विहारों के विहार शब्द से हुई जिसे बाद में बिहार कर दिया गया। 99 हजार 200 वर्ग किमी के क्षेत्रफल में विस्तृत बिहार उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखण्ड से घिरा हुआ है। 1912 में बंगाल के विभाजन के समय बिहार अस्तित्व में आया। सन 1935 में उड़ीसा और सन 2000 में झारखण्ड को बिहार से विभाजित कर दिया गया। बिहार वो राज्य है जो भारत के इतिहास में साहित्यिक, ऐतिहासिक, धार्मिक सभी स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। और आज भी बिहार शिक्षा, संस्कृति और समाजिक -दृष्टि से उतना ही समृद्ध है जितना पहले था। यहां तक की बातें तो आप जरूर जानते होंगे, लेकिन अब स्लाइडर में जो बातें हम आपको बताने जा रहे हैं, उनसे आप शायद ही परिचित होंगे। ये बिहार के गौरव और प्रतिष्ठा को प्रकट करने वाली ऐसी जानकारियाँ हैं जो बिहार के उपेक्षकों के नजि़रिये को बदल देंगी-
बिहार के बारे में अनसुनी बातें
इस वीडियो में आगे आप देखेंगे और सुनेगे वो बातें, जो शायद आपने ना ही देखि होगी और ना ही सुनी होगी
25. बिहार के ग्रेजुएट्स
यदि आन्ध्र प्रदेश और केरल से संयुक्त स्तर पर बिहार की तुलना की जाए तो आज बिहार में स्नातक प्रतिशत इन दोनों राज्यों से ज्यादा है।
24. आईएएस-आईपीएस
आज बिहार में केरल, तमिलनाडु, आन्ध्रा और गुजरात से अधिक संख्या में आईएएस और आईपीएस निकल रहें हैं।
23. बिहार की विकास दर
बिहार की विकास दर आज 14.48 फीसदी है जो यह साबित करती है कि बिहार देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में सर्वोच्च है।
22. सबसे ज्यादा बैंक पीओ
आज सर्वाधिक बैंक पीओ बिहारी हैं जो अन्य राज्यों को पछाड़ रहे हैं।
21. आईआईटी में आगे
अभियांत्रिक स्तर पर भी देखें तो जितने आईआईटी बिहार से निकल रहे है वो अन्य राज्यों से कहीं अधिक है। यहां का कौशल ही तो है कि 12 साल के लड़के ने आई आई टी में सफलता प्राप्त की।
20. दिल्ली की तुलना में 10 गुना कम क्राइम
आपराधिक स्तर पर बात की जाए तो आज जहाँ अन्य राज्यों में निरतंर क्राइम रिकार्ड टूटता दिखाई दे रहा है वहीं बिहार का क्राइम रेट दिल्ली की तुलना में दिल्ली के क्राइम दसंवा हिस्सा है।
19. सांप्रदायिक हिंसा बहुत कम
बिहार में साम्प्रदायिक हिंसा अन्य राज्यों की अपेक्षा कम है। गुजरात से ही तुलना करें तो बिहार में साम्प्रदायिक हिंसा से मरने वालों की संख्या का औसत गुजरात में साम्प्रदायिक हिंसा से मरने वाले लोगों का 175 है।
18. बहुत कम बलात्कार
बिहार में बलात्कार, दहेज हत्या जैसे अपराध अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत कम है।
17. नक्सलियों पर नियंत्रण
बिहार सरकार ने पिछले 7 वर्षों में नक्सली हिंसा पर काबू किया है। नक्सली हिंसा में मरने वाले लोगों की तादात आन्ध्रप्रदेश से कम है।
16. साक्षरता के मामले में केरल को टक्कर
बिहार आज शैक्षिक स्तर पर केरल की शैक्षिक स्तर को टक्कर दे रहा है. बल्कि यह कहना भी अनुचित नहीं होगा की बिहार में साक्षर लोगों की संख्या केरल के लोगों से ज्यादा हैं।
15. पंजाब से ज्यादा सक्षम
अगर कृषि क्षेत्र की बात करें तो बिहार की उत्पादन क्षमता पंजाब से भी ज्यादा है।
14. बिहार में किसान आत्महत्या नहीं करते
आज कृषकों की आत्महत्या की खबर बहुत आम हो गयी है पर बिहार ऐसा राज्य जहाँ कभी कोई किसान इतना मजूबर नहीं होता कि उसे आत्महत्या करनी पड़े।
13. ग्रेजुएट महिलाएं
आज बिहार की स्नातक महिलाओं की तादात केरल से भी अधिक है।
12. राजेंद्र बाबू की जन्मभूमि
बिहार वो राज्य जहां कवि कोकिल विद्यापति का जन्म हुआ, जहाँ से देश के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद का जन्म हुआ।
11. भारत छोड़ो आंदोलन में बिहार
बिहार वो राज्य है जिसने आज़ादी के समय भारत छोड़ो आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
10. चंपारण का विद्रोह
बिहार वो राज्य है जहाँ चंपारण का विद्रोह हुआ जो ऐतिहासिक नज़रिये से बहुमूल्य घटना है।
9. बुद्ध की तपोभूमि
बिहार बुद्ध की तपोभूमि है, यह वो जगह जहाँ बौद्ध और जैन धर्म का उदय हुआ।
8. सीता-राम का मिलन
बिहार वो जगह हैं जहाँ सीता-राम का मिलन हुआ, जहां सीता जी का जन्म हुआ।
7. नदियां हैं इस राज्य में
बिहार वो जगह हैं जहां गंगा, बागमती, कोषी, कमला, गंडक, घाघरा, सोन, पुनपुन, फल्गु, किऊल नदियाँ बहती हैं।
6. तमाम भाषाएं
बिहार में भाषाओं की भरमार है। अंगिका, भोजपुरी, मगही, मैथिली और वजिजका। ये सब भाषाएँ केवल बिहार की ही हैं। अंग्रेजी, हिन्दी और मैथिली यहां की राजभाषा है।
5. सदियों पुरानी मिथिला पेंटिंग
मिथिला पेंटिग जिसका अस्तित्व आज से लगभग सैंकड़ों साल पुराना है आज देश और विदेश में प्रसिद्ध चित्रकला के रुप में विख्यात है।
4. राम-लक्ष्मण ने की थी पढ़ाई
बिहार वो राज्य है जहां नालंदा और विक्रमशिला जैसे पुरातन विश्वविधालय हैं। जहां विश्वामित्र का आश्रम था जहां राम-लक्ष्मण की प्रारमिभक शिक्षा संपन्न हुई।
3. टाइम मैगजीन में बिहार
बिहार के कोचिंग सेंटर सुपर 30 को अमेरिका की टाइम मैगजीन ने सर्वश्रेष्ठ संस्थानों की सूची में शामिल किया है।
2. मैथिली भाषा
33 फीसदी से ज्यादा की आबादी मैथिली भाषियों की है। बिहार के करीब 16 जिले मिथिलांचल के अंतर्गत आते हैं।
1. पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज
देश का दूसरा और पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज बिहार में बनकर तैयार हो चुका है। इसे पर्यटकों के लिए कभी भी खोला जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर के नेचर सफारी में ग्लास ब्रिज को बनाया गया है। राजगीर का नेचर सफारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजक्ट है।
राजगीर नेचर सफारी में चीन के हांगझोऊ प्रांत की तर्ज पर बना यह ग्लास ब्रिज बन कर तैयार हो चुका है, लेकिन नेचर सफारी को पूरा होने में अभी वक्त लगेगा। शनिवार को प्रोजेक्ट का जायजा लेने पहुंचे सूबे के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मार्च 2021 तक यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद नेचर सफारी का लुफ्त उठाने के लिए यहां पर पर्यटक आ सकेंगे।
देश का पहला ग्लास ब्रिज उत्तराखंड के ऋषिकेश में बना लक्ष्मण झुला है। राजगीर की नेचर सफारी 500 एकड़ में फैले बुद्धमार्ग के बीचोंबीच बनी है। इस नेचर सफारी में ग्लास ब्रिज के अलावा जू सफारी भी है। आप यहां पर रोप-वे साइकलिंग भी कर पाएंगे।
क्या है इसकी खासियत
- 200 फीट ऊंचा, 85 फीट लंबा और 6 फीट चौड़ा है यह ग्लास ब्रिज।
- एक बार में 40 पर्यटक जा सकते हैं।
- चीन के हांगझोऊ प्रोविंस की तर्ज पर बना है।
- देश का दूसरा और पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज है।
- गौतम बुद्ध की विरासत वाली राजगीर नगरी में स्थित है।
- राजगीर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थली है।
- ग्लास ब्रिज के साथ आप नेचर सफारी, रोप-वे साइकलिंग भी कर सकते हैं।
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