वोल्टेज भी मिलेगा बेहतर, नहीं जाएगी कभी लाइट
जिले में करीब 200 से अधिक उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनको बिजली के जाने या अधिक वॉल्टेज होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसकी वजह इन लोगों ने अपने कदम सौर उर्जा की तरफ बढ़ा लिए है। एक बार इन लोगों ने निवेश किया, लेकिन हर बार के बिल से इनको मुक्ति मिल गई। इतना ही नहीं, बिजली कंपनी को बिजली देकर रुपए भी कमा रहे है।
इन लोगों ने की शुरूआत, आप भी करें ये काम
शहर के कस्तुरबा नगर क्षेत्र की गली नंबर 6 में रहने वाले सीएल सालित्रा शिक्षा विभाग में उच्च पद पर है। उनके घर का मासिक बिल हर माह करीब 8 से 10 हजार रुपए आता था। करीब छह माह पूर्व उन्होंने सौर उर्जा की और कदम बढ़ाया 4 किलोवॉट का सयंत्र लगवाया। अब 400 यूनिट बिजली हर माह बना रहे है। कुल 9 पैनल लगाए गए, इसमे हर पैनल 445 वॉट का है। अब वे हर माह 75 से 100 यूनिट बिजली को उर्जा विभाग को दे रहे है। 4 किलोवाट का सौर उर्जा यंत्र घर पर लगाया है। इसकी लागत करीब 2 लाख रुपए आई थी। अब वे हर माह बिजली कंपनी को 75 से 100 यूनिट बिजली दे रहे है। इससे इनका बिल तो शून्य हुआ ही, इसके साथ - साथ अतिरिक्त बिजली उत्पादन से बिजली कंपनी इनको रुपए साल में एक बार रुपए देगी।
15 हजार आता है बिल, अब हो गया जीरो
इसी प्रकार शहर के जवाहर नगर में आलोक कुमार ने 3 किलोवाट का सौर उर्जा के पैनल लगवाए। इनके यहां सौर उर्जा का पैनल लगने के पूर्व तक 12 से 15 हजार रुपए का बिल दुकान पर आता था। अब हालात यह है कि न सिर्फ खुद का बिल आना बंद हुआ, बल्कि अतिरिक्त उत्पादन करकेे बिजली कंपनी को हर माह औसतन 100 से 110 यूनिट बिजली दे रहे है। कुमार के अनुसार उन्होंने कुल 12 पैनल लगवाए है। इससे उनको लाभ हुआ। खर्च तो एक बार का हुआ, लेकिन हर बार के बिजली बिल से आराम मिल गया।
कई तरह से लाभ होता
सौर उर्जा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप न सिर्फ स्वयं के लिए बल्कि बिजली कंपनी के लिए भी उर्जा का उत्पादन करते है। ऐसे में बिल से राहत तो मिलती ही है, इसके साथ - साथ वर्ष में एक बार बिजली कंपनी खरीदी गई बिजली का भुगतान भी करता है।
- एससी वर्मा, अधीक्षण यंत्री, बिजली कंपनी
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